पाठ योजना
         अवधि-1                                        व्याकरण
  विषय – हिन्दी                                    माह - अप्रैल
  कक्षा – दूसरी                                     उपविषय – संज्ञा
-  भाषागत उद्देश्य
               सामान्य उद्देश्य -  छात्रों के
 .    परिवेश जागरूकता का विकास चिंतन और कल्पना का विकास।
 .   वर्तनी की शुद्धता का विकास।
.    सीखे गए ज्ञान को परिवेश से जोड़ सकने की जागरूकता का विकास।
•       शब्दकोष में वृद्धि करना।
•       श्रवण ,वाचन,पठन , लेखन कौशल का विकास करना।
•       लिखित सामग्री को ध्वनियों और मात्राओं की शुद्धता के साथ पढ़ने का ज्ञान।
•        दूसरों के साथ वार्तालाप तथा प्रतिक्रिया करने की योग्यता।
विशेष उद्देश्य – छात्रों को 
•       संज्ञा और  उसके भेदों का ज्ञान देना।
•       कल्पना शक्ति का विकास करना।
•       स्वयं कार्य का करने ज्ञान देना ।
रुपरेखा
छात्रों को संज्ञा  के  भेदों  के  बारे  जानकारी  मिलेगी । ।
 सहायक सामग्री   पाठ्यपुस्तक, हरित पट्ट ,झाड़न ,चॉक, प्रोजैक्टर ।
पूर्व ज्ञान परीक्षण 
       
I.           
तुम्हारे दोस्त तुम्हे कैसे बुलाते है ?
    
II.           
तुम्हारा क्या नाम है ?
  
III.           
संज्ञा किसे कहते है ?
  IV.           
संज्ञा के कितने भेद होते है?
विषय की घोषणा
अध्यापक द्वारा पूर्व ज्ञान परीक्षा के उपरांत उपविषय की घोषणा की जाएगी।
अध्यापिका द्वारा संज्ञा का संक्षिप्त वर्णन किया जाएगा।
कक्षा कार्य
छात्रों से मिले जुले उत्तर पाने के पश्चात अध्यापिका अपने उपविषय के बारे में बताएगी  कि  आज  हम संज्ञा के बारे में पढ़ेंगे। अध्यापिका छात्रों को संज्ञा की परिभाषा से अवगत करवाएगी। अध्यापक द्वारा बताया जाएगा कि संज्ञा उस विकारी शब्द को कहते है,
जिससे किसी विशेष वस्तु, भाव और जीव के नाम का बोध हो, उसे संज्ञा कहते है। दूसरे
शब्दों में: किसी प्राणी, वस्तु, स्थान, गुण या भाव के नाम को संज्ञा कहते है।
जैसे:
1.       प्राणियों के नाम – मोर, घोड़ा, अनिल, किरण, जवाहरलाल नेहरू आदि।
2.       वस्तुओ के नाम – अनार, रेडियो, किताब, सन्दूक, आदि।
3.       स्थानों के नाम – कुतुबमीनार, नगर, भारत, मेरठ आदि।
4.       भावों के नाम – वीरता, बुढ़ापा, मिठास आदि।
यहाँ ‘वस्तु’ शब्द का प्रयोग व्यापक अर्थ में हुआ है, जो केवल वाणी और पदार्थ का वाचक नहीं, वरन उनके धर्मो का भी सूचक है। साधारण अर्थ में ‘वस्तु’ का प्रयोग इस अर्थ में नहीं होता। अतः वस्तु के अन्तर्गत प्राणी, पदार्थ और धर्म आते हैं। इन्हीं के आधार पर संज्ञा के भेद किये गये हैं।
पुनरावृति
       
I.           
संज्ञा किसे कहते है ?
    
II.           
इसके कितने भेद है ?
  
III.           
व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते है ?
 
IV.           
जातिवाचक संज्ञा किसे कहते है ?
    
V.           
रचनात्मक कार्य
 ★ 
कलात्मक कार्य 
·        
बच्चों  को व्यक्ति
या किसी वस्तु का चित्र बना कर उसमे रंग भरने को कहा जायेगा |
★ सीखने का परिणाम
मूल्यांकन
छात्रों की संज्ञा के मूल्यांकन हेतु कक्षा परीक्षा ली जाएगी । जैसे
कक्षा परीक्षा                                                                                                                           (12 अंक)
(क) नीचे लिखे वाक्यों में से संज्ञा शब्द बताइए-
| Q.1) राधा कल दिल्ली जाएगी| a) कल Q.3) वह आगरा में रहता है| a) वह Q.5) वह पुस्तक पढ़ती है| a) वह Q.7) लता मंगेशकर बहुत अच्छा गाती है| a) लता मंगेशकर Q.9) घोड़ा दौड़ रहा है| a) घोड़ा Q.11) अध्यापक पढ़ाता है| a) अध्यापक | Q.2) राम खेल रहा है| a) राम Q.4) बुढ़ापा किसी को अच्छा नहीं लगता| a) बुढ़ापा Q.6) किसान हल चलाता है| a) किसान Q.8) वह कल लालकिला देखने गया| a) वह Q.10) कल मैं बनारस जाऊंगा| a) मैं Q.12) मोर नाच रहा है| a) नाच | 
 
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