पाठ योजना
विषय – हिन्दी माह - नवम्बर
कक्षा – दूसरी उपविषय: प्रार्थना पत्र
भाषागत उद्देश्
सामान्य उद्देश्य - छात्रों के
. परिवेश जागरूकता का विकास चिंतन और कल्पना का विकास।
. वर्तनी की शुद्धता का विकास।
. सीखे गए ज्ञान को परिवेश से जोड़ सकने की जागरूकता का विकास।
• शब्दकोष में वृद्धि करना।
• श्रवण ,वाचन,पठन , लेखन कौशल का विकास करना।
• लिखित सामग्री को ध्वनियों और मात्राओं की शुद्धता के साथ पढ़ने का ज्ञान।
• दूसरों के साथ वार्तालाप तथा प्रतिक्रिया करने की योग्यता।
विशेष उद्देश्य –
• विद्यार्थी पत्र लेखन की योग्यता प्राप्त करेगें।
• पत्र में अपनी
बात
को
विषयानुरूप भाषा के प्रयोग
के साथ संक्षेप
में लिखेंगे ।
• स्वजनों एंव मित्रो के साथ संबंध तथा अवस्था को ध्यान में रखते हुए उचित संबोधन सीखेंगे । ।
• हस्ताक्षरपूर्व शब्दावली में अपने लिए उचित सबंधसूचक शब्द सीखेंगे । ।
जीवन कौशल
छात्र पत्र के माध्यम से अपने प्रिय जनो व मित्रो के साथ सबंध तथा मधुर समृति सीखेंगे
सहायक सामग्री
लिफाफे ,पोस्ट-कार्ड, अन्तर्देशिये पत्र , चार्ट, हरित पट्ट ,झाड़न ,चॉक, प्रोजैक्टर ।
पूर्व ज्ञान परीक्षण
1.क्या आपने कभी किसी को पत्र लिखा है ?
2.अगर लिखा है तो किसको ?
3.भेजने वाले का पता कहा लिखा जाता है ?
4.प्रार्थना पत्र के मुख्या बिंदु कौन से है ?
विषय की घोषणा
अध्यापक द्वारा पूर्व ज्ञान परीक्षा के उपरांत उपविषय की घोषणा की जाएगी।
अध्यापिका द्वारा कविता का संक्षिप्त वर्णन किया जाएगा। अवकाश , शुल्क-मुक्ति , या इसी प्रकार की कुछ अन्य सहायता के लिए लिखे गए पत्रो को प्रार्थना-पत्र की श्रेणी में रखा जाता है । आज हम चाचा जी को जन्मदिन पर भेजे तोहफे के लिए धन्यवाद पत्र लिखेंगे ।
कक्षा कार्य: अध्यापिका छात्रों को बताएगी की प्रार्थना पत्र चार प्रकार के होते है :-
1.प्रार्थना पत्र
2.निजी या पारिवारिक-पत्र
3.व्यावसायिक-पत्र
4.लेखन विधि के साथ पत्र का प्रारूप-प्रशस्ति, कलेवर तथा समाप्ति
·
प्रार्थना पत्र के पांच अंग होते है:
1.प्रशस्ति , संबोधन ,पता एंव विषय
2.कलेवर
3.समाप्ति ,धन्यवाद-ज्ञापन
4.हस्ताक्षर के पूर्व की शब्दावली
5.पत्र -लेखक का नाम, पता एंव दिनांक
पुनरावृति
•प्रार्थना पत्र के कितने रूप है ?
•प्रार्थना पत्र के मुख्या बिंदु कौन कौन से है ?
•प्रार्थना पत्र कितने प्रकार के है ?
•पत्र का कलेवर रूप कहा लिखा जाता है ?
•पत्र की समाप्ति कैसे करते है ?
रचनात्मक कार्य
★
कलात्मक कार्य
·
अंतर्देशीय पत्र पर किसी संबंधी या मित्र को पत्र लिखेंगे और लेटर-बॉक्स में डालेंगे ।
★ सीखने का परिणाम
• छात्र नए शब्दों का
प्रयोग कर पत्र लिखना सीखेंगे
• श्रवण ,वाचन,पठन , लेखन कौशल का विकास करना।
• दूसरों के साथ वार्तालाप तथा
प्रतिक्रिया करने की योग्यता का विकास होगा।
• छात्रों को नए शब्दों का ज्ञान होगा।
• छात्रों का बौद्धिक विकास होगा।
मूल्यांकन
छात्रों की कविता के मूल्यांकन हेतु कक्षा परीक्षा ली जाएगी । जैसे
कक्षा परीक्षा
अपने मित्र को उसके जन्म दिन के उपलक्ष्य में वधाई देते हुए पत्र लिखे । (10 अंक)
अममं
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